Getting My Shiv chaisa To Work

सुबह सुबह ले शिव का नाम, कर ले बन्दे ये शुभ काम

भक्त अपने जीवन में पैदा हुई कठिनाइयों और बाधाओं को दूर करने के लिए श्री शिव चालीसा का नियमित पाठ करते हैं। श्री शिव चालीसा के पाठ से आप अपने दुखों को दूर कर भगवान शिव की असीम कृपा प्राप्त कर सकते हैं। शिव चालीसा का पाठ हमेशा सुबह जल्दी उठकर स्नान करने के बाद करना चाहिए। भक्त प्रायः सोमवार, शिवरात्रि, प्रदोष व्रत, त्रयोदशी व्रत एवं सावन के पवित्र महीने के दौरान शिव चालीस का पाठ खूब करते हैं।

माँ री माँ वो डमरू वाला, तन पे पहने मृग की छाला।

स्वामी एक है आस तुम्हारी। आय हरहु मम संकट भारी॥

नमो नमो जय नमो शिवाय। सुर ब्रह्मादिक पार न पाय॥

तुरत षडानन आप पठायउ। लवनिमेष महँ मारि गिरायउ॥

कर shiv chalisa lyricsl त्रिशूल सोहत छवि भारी। करत सदा शत्रुन क्षयकारी॥

शनिदेव मैं सुमिरौं तोही। विद्या बुद्धि ज्ञान दो मोही॥ तुम्हरो नाम अनेक बखानौं। क्षुद्रबुद्धि मैं जो कुछ जानौं॥

अथ श्री बृहस्पतिवार व्रत कथा

प्रकटी उदधि मंथन में ज्वाला। जरत सुरासुर भए विहाला॥

किया उपद्रव तारक भारी। देवन सब मिलि तुमहिं जुहारी॥

नित्त shiv chalisa lyricsl नेम कर प्रातः ही, पाठ करौं चालीसा।

अर्थ- आपकी जटाओं से ही गंगा बहती है, आपके गले में मुंडमाल है। बाघ की खाल के वस्त्र भी आपके तन पर जंच रहे हैं। आपकी छवि को देखकर नाग भी आकर्षित होते हैं।

देवन जबहीं जाय पुकारा। तब ही दुख प्रभु आप निवारा॥

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